शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री से हटते ही मध्यप्रदेश के 1.40 करोड़ बहनों हो गई बेसहारा, अब कौन सुनेगा बहनों, भांजे -भांजियो की दु:ख, क्या इसी दिन को देखने के लिए बहनों ने अपने भईया को चुना था
मध्यप्रदेश सरकार ने चुनावी दौर में जनता को लुभाने के लिए तरह – तरह के योजनाओं को शुरू किया लेकिन अब नए सरकार के गढ़न के बाद अब लग रहा है ये सब योजनाएं सिर्फ जनता को लुभाने बस के लिए रह गया
यह बात अगर कहे कि लाड़ली बहनो ने शिवराज को भर भर के वोट दिया और बीजेपी ने स्पष्ट बहुमत पाकर नई सरकार बनाई, लेकिन सरकार बनाने के बाद अब बहुत सी पुराने योजनाओं को बंद करने के फिराक में है
और बंद न तो क्या हो शिवराज सरकार ने बहुत से लुभावने वायदे करके और बहुत से लुभावने योजना चलाकर पूरा सरकारी खजाना खाली कर दिया है जिसमें लाड़ली बहना योजना भी शामिल हैं
अभी तक लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत प्रदेश की 1.32 करोड़ बहनों को प्रति माह 1250/- दिये जा रहे हैं, जबकि शुरुआत में यह 1000/- प्रति माह से शुरू हुआ था। यह योजना बीजेपी को सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, यह योजना बंद हो जाने से संभावित है कि शिवराज की बहनें सड़कों पर उतर आएंगी
मध्यप्रदेश के मोहन सरकार ने अधिकारियों से महगांई को कम करने पर कार्य करने के लिए योजना बनाने के निर्देश दिए हैं, ऐसे में यह अनुमान लगाया जा सकता है कि आने वाले समय में डीजल और पेट्रोल, गैस सिलेंडर, खाद्यान्न सामाग्री और अन्य चीजों की दाम कम हो सकते हैं
सरकार के लिए यह कदम उठाना उतना आसान नहीं होगा, लाड़ली बहना जैसे योजनाओं ने परिवार की महिलाओं को कुछ धनराशि देकर उनका मनोबल जरूर उंचा किया है, ऐसे में इन योजनाओं को बंद करने से सरकार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा, और आने वाले लोकसभा के चुनाव में भी इसका परिणाम देखना पड़ सकता है